पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है। शनिवार सुबह पाक रेंजर्स ने पुंछ जिले में गोलाबारी की। इस दौरान सीमा पार से भारत की अग्रिम चौकियों और गांवों को मोर्टार से निशाना बनाया। रात 9.30 बजे भी पाकिस्तानी सेना ने गोलाबारी की। दूसरी ओर, भारतीय सेना ने भी बोफोर्स से गोले दागकर पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया। इससे पहले सेना ने शुक्रवार को एलओसी के पास सक्रिय कई आतंकी लॉन्च पैड तबाह किए थे।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल देवेंद्र आनंद ने बताया कि पाकिस्तान की ओर से सुबह 9.50 बजे किरनी सेक्टर में गोलाबारी की गई। इसके बाद 10.30 बजे पुंछ के मेंढर सेक्टर में मोर्टार दागे गए। इसमें एक घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, कई अन्य घरों को भी नुकसान पहुंचा है। भारतीय सेना भी तोप से गोले दाग रही है। दोनों ओर से जारी फायरिंग के बीच एलओसी में रहने वाले लोगों में दशहत है। उन्हें घरों में रहने की हिदायत दी गई है।
सेना ने तबाह किए थे आतंकी ठिकाने
खबर लिखे जाने तक दोनों ओर से गोलीबारी जारी थी। इससे पहले भारतीय जवानों ने शुक्रवार सुबह कश्मीर के कुपवाड़ा सेक्टर में नियंत्रण रेखा से सटे आतंकी लॉन्च पैड और ठिकानों पर जमकर गोलाबारी कर तबाह कर दिया था। ये वही इलाका था, जहां बीते रविवार को पैरा कमांडो और घुसपैठियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। मुठभेड़ में सेना ने पांच घुसपैठियों को मार गिराया था। इस कार्रवाई में हमारे पांच पैरा कमांडो शहीद हो गए थे।
सेना ने बोफोर्स तोप से गोले दागे
सेना ने पाकिस्तान के इलाके में टारगेटेड आर्टिलरी फायर किया था। इसमें 105 एमएम फील्ड गन और बोफोर्स का इस्तेमाल किया गया था। यह कार्रवाई पाकिस्तान की ओर से फायरिंग के बाद शुरू हुई थी। पाकिस्तान सेना ने कुपवाड़ा में एलओसी से सटे भारतीय गांवों में रिहाइशी इलाकों को निशाना बनाकर फायर किया था। इससे गांवों में अफरातफरी मच गई थी।
सीजफायर उल्लंघन के बढ़े मामले
पाकिस्तान की तरफ से सीजफायर तोड़े जाने के मामले बढ़े हैं। 2019 में 3 हजार 479 बार सीजफायर तोड़ा गया। यह 2003 में सीजफायर लागू होने के बाद किसी भी साल का सबसे बड़ा आंकड़ा है। वहीं, इस साल अब तक 1200 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन हो चुका है। जनवरी से मार्च के बीच 1 हजार 160 बार पाकिस्तान ने सीजफायर तोड़ा, जबकि पिछले साल इसी दौरान पाकिस्तान ने 685 बार सीजफायर तोड़ा था।